लखनऊ। सेन्टर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) का 13वां तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन उदारीकरण और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज करने और वर्गीय एकता को मजबूत करने के संकल्प के साथ आज से शुरू हो गया।
स्टार्ट-अप नहीं सिट-डाउन इंडिया की साजिश कर रही है मोदी सरकार : सीटू के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद कामरेड तपन सेनशहीद स्मारक के निकट गांधी भवन सभागार में आयोजित इस सम्मेलन का उद्घाटन सीटू के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद कामरेड तपन सेन किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान दौर मजदूर और दबे-कुचले वर्गों के लिए संक्रमण काल का है और इससे निजात पाने के लिए एक सशक्त मजदूर आंदोलन की जरूरत है। मोदी सरकार की मजदूर व श्रमिक विरोधी नीतियों और अक्षम आर्थिक नीतियों का खिलाफ बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार स्टार्ट-अप नहीं सिट-डाउन की साजिश कर रही है।
कामरेड सेन ने कहा कि वर्तमान सरकारों ने श्रम कानूनों में ढील देकर पूंजीवादियों को मजदूरों के हकों पर लूट की खुली छूट दे दी है।यह ऐसा दौर है जिसमें मजदूरों और आम जनता के ऊपर बहुआयामी हमला हो रहा है। शासक दल के पूंजीवादी मोहपाश में बने नई आर्थिक नीतियों ने गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हुई है। संगठित हो या असंगठित क्षेत्र के तमाम मजदूरों को दो जून की रोटी की परेशानी झेलनी पड़ रही है। वेतन विसंगतियों ने समाज में अमीर-गरीब की ऐसी खाई बढ़ा दी है कि पूरा समाज ही दो भागों में बंटता जा रहा है। यह स्थिति किसी भी समाज के विकास के लिए सुखद नहीं हो सकती है।
इससे निजात पाने के लिए मजबूत मजदूर आंदोलन इस दौर की जरूरत है।
सम्मेलन की अध्यक्षता सीटू के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड आर.एस. बाजपेयी ने की तथा संचालन सीटू के प्रदेश महामंत्री कामरेड प्रेमनाथ राय ने किया।
सम्मेलन को सीटू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड जे.एस. मजूमदार, प्रो. नदीम हसनैन, अध्यक्ष स्वागत समिति ने भी संबोधित किया।
सीटू के महामंत्री प्रेमनाथ राय ने बताया कि सम्मेलन में अगले दो दिन तक मजदूरों की समस्याओं पर चर्चा चलती रहेगी।
श्रमिक कल्याण से संबंधित तमाम कार्यक्रमों व आंदोलनों से संबंधित प्रस्ताव पेश किये जायेंगे और अंत में 25 सितम्बर को राज्य भर आये डेलीगेटों द्वारा नई कार्यकारिणी का चुनाव किया जायेगा।
इस अवसर पर हिन्द मजदूर सभा के उमाशंकर मिश्रा, एक्टू के डॉ. कमल, केन्द्रीय कर्मचारी संघ के जे.पी. सिंह, बीएसएनएल इंप्लाइज यूनियन के आर.के. मिश्रा, बीमा कर्मचारी संघ के आलोक तिवारी, टीयूसीसी के विजय पाल सिंह, राज्य कर्मचारी संघ के बजरंग बली यादव, संयुक्त कर्मचारी परिषद के हरिकिशोर तिवारी, किसान सभा के दीनानाथ सिंह, एसएफआई के अनुपम यादव, खेत मजदूर यूनियन के राजीव शान्त, एडवा की मालती देवी, डीवाईएफआई के राधेश्याम समेत तमाम सहयोगी श्रमिक संगठनों के पदाधिकारी व सदस्यगण मौजूद रहे।
स्टार्ट-अप नहीं सिट-डाउन इंडिया की साजिश कर रही है मोदी सरकार : सीटू के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद कामरेड तपन सेनशहीद स्मारक के निकट गांधी भवन सभागार में आयोजित इस सम्मेलन का उद्घाटन सीटू के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद कामरेड तपन सेन किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान दौर मजदूर और दबे-कुचले वर्गों के लिए संक्रमण काल का है और इससे निजात पाने के लिए एक सशक्त मजदूर आंदोलन की जरूरत है। मोदी सरकार की मजदूर व श्रमिक विरोधी नीतियों और अक्षम आर्थिक नीतियों का खिलाफ बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार स्टार्ट-अप नहीं सिट-डाउन की साजिश कर रही है।
कामरेड सेन ने कहा कि वर्तमान सरकारों ने श्रम कानूनों में ढील देकर पूंजीवादियों को मजदूरों के हकों पर लूट की खुली छूट दे दी है।यह ऐसा दौर है जिसमें मजदूरों और आम जनता के ऊपर बहुआयामी हमला हो रहा है। शासक दल के पूंजीवादी मोहपाश में बने नई आर्थिक नीतियों ने गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हुई है। संगठित हो या असंगठित क्षेत्र के तमाम मजदूरों को दो जून की रोटी की परेशानी झेलनी पड़ रही है। वेतन विसंगतियों ने समाज में अमीर-गरीब की ऐसी खाई बढ़ा दी है कि पूरा समाज ही दो भागों में बंटता जा रहा है। यह स्थिति किसी भी समाज के विकास के लिए सुखद नहीं हो सकती है।
इससे निजात पाने के लिए मजबूत मजदूर आंदोलन इस दौर की जरूरत है।
सम्मेलन की अध्यक्षता सीटू के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड आर.एस. बाजपेयी ने की तथा संचालन सीटू के प्रदेश महामंत्री कामरेड प्रेमनाथ राय ने किया।
सम्मेलन को सीटू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड जे.एस. मजूमदार, प्रो. नदीम हसनैन, अध्यक्ष स्वागत समिति ने भी संबोधित किया।
सीटू के महामंत्री प्रेमनाथ राय ने बताया कि सम्मेलन में अगले दो दिन तक मजदूरों की समस्याओं पर चर्चा चलती रहेगी।
श्रमिक कल्याण से संबंधित तमाम कार्यक्रमों व आंदोलनों से संबंधित प्रस्ताव पेश किये जायेंगे और अंत में 25 सितम्बर को राज्य भर आये डेलीगेटों द्वारा नई कार्यकारिणी का चुनाव किया जायेगा।
इस अवसर पर हिन्द मजदूर सभा के उमाशंकर मिश्रा, एक्टू के डॉ. कमल, केन्द्रीय कर्मचारी संघ के जे.पी. सिंह, बीएसएनएल इंप्लाइज यूनियन के आर.के. मिश्रा, बीमा कर्मचारी संघ के आलोक तिवारी, टीयूसीसी के विजय पाल सिंह, राज्य कर्मचारी संघ के बजरंग बली यादव, संयुक्त कर्मचारी परिषद के हरिकिशोर तिवारी, किसान सभा के दीनानाथ सिंह, एसएफआई के अनुपम यादव, खेत मजदूर यूनियन के राजीव शान्त, एडवा की मालती देवी, डीवाईएफआई के राधेश्याम समेत तमाम सहयोगी श्रमिक संगठनों के पदाधिकारी व सदस्यगण मौजूद रहे।
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