तकनीकी खामियां दूर नहीं, अब प्रचार की जिम्मेदारी

0 टोल फ्री नम्बर 182 को प्रचार प्रसार करने का फिर बढ़ा दबाव
0 रेलवे द्वारा आयोजित बिलासपुर की बैठक में लिया गया निर्णय
रायगढ़ । नईदुनिया न्यूज आरपीएफ द्वारा रेल यात्रियों के लिए जारी टोल फ्री नम्बर को प्रचार प्रसार करने फिर से दबाव बनाया जा रहा है। जबकि टोल फ्री नम्बर में सिर्फ चुनिंदा मोबाइल नेटवर्क से ही शिकायत दर्ज हो रहे हैं। तमाम कवायदों के बाद भी विभाग ने तकनीकी खामियों को दूर नहीं की है। जिसके चलते यहां ज्यादातर शिकायत दर्ज नहीं हो पा रही है।

रेल सफर के दौरान रेलयात्रियों की सुरक्षा को लेकर कोई परेशानी व मदद की जरुरत को देखते हुए आरपीएफ ने एक टोल फ्री नम्बर 182 जारी किया था। जिसका व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। लेकिन उक्त नम्बर सिर्फ चुनिंदा मोबाइल नेटवर्क जैसे बीएसएनएल, एयरटेल, रिलायंस से ही काल किये जा सकते हैं। जबकि आइडिया, वोडाफोन, डोकोमो व अन्य नेटवर्क से नंबर जांच करने की नसीहत दी जाती है। टोल फ्री नम्बर के प्रचार प्रसार को बढ़ाने एक बार फिर डिवीजन स्तर पर रेल अधिकारियों व आरपीएफ प्रभारियों की बैठक रखी गई थी। जिसमें रायगढ़ के आरपीएफ प्रभारी समीर खलखो भी मौजूद थे। अधिकारियों द्वारा टोल फ्री नम्बर में शिकायत बढ़ाने पर जोर दिया गया।
स्थापना दिवस से उठ रहा मामला
रेलवे द्वारा जारी टोल फ्री नम्बर 182 का प्रचार प्रसार का मामला आरपीएफ के स्थापना दिवस से बना है। डिवीजन स्तर के अधिकारियों के विशेष निर्देश पर आरपीएफ ने एक विशेष मिटिंग रखी थी। जिसमें टोल फ्री नम्बर पर शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रचार प्रसार शुरु किया गया। रेलवे स्टेशन में इसके लिए बैनर पोस्टर लगाये। लेकिन इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है।
जरुरी है तकनीकी खामी को दूर करना
बताया जाता है कि टोल फ्री नम्बर में तकनीकी खामी की शिकायत शुरू होने के बाद से ही लगातार बनी हुई है। जिसके चलते आरपीएफ के अधिकारियों समेत रेलयात्री भी अपनी शिकायत दर्ज कर चुके हैं। पर अब तक इस दिशा में ठोस पहल नहीं हुई। ऐसे में आपातकाल के समय चुनिंदा मोबाइल नेटवर्क वाले रेलयात्रियों के बीच परेशानी बढ़ जाती है। हालांकि मामले में आरपीएफ प्रभारी समीर खलखो का मानना है कि उक्त समस्या के संबंध में कई बार शिकायत दी गई है।
टोल फ्री नम्बर 182 के संबंध में प्रचार प्रसार करने के लिए अधिकारियों द्वारा दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। डिवीजन स्तर पर इसके लिए बैठक भी रखी गई थी। रही बात टोल फ्री नम्बर में तकनीकी खामी की तो इस संबंध में शिकायत की गई है।
समीर खलखो
ओसी, आरपीएफ

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