धमतरी| जिले में 355 ग्राम पंचायत हैं। इनमें से 301 पंचायतों को नेट से जोड़कर ई-पंचायत बनाने का दावा जिला पंचायत कर रहा है। पंचायतों को ऑनलाइन करने के लिए योजना तो बना ली गई, लेकिन इंटरनेट समस्या इसमें रोड़ा बन रही है। 200 ग्राम पंचायतों में नेट की गंभीर समस्या है।
नगरी व धमतरी का डूबान क्षेत्र ज्यादा प्रभावित है। नेट न होने से पंचायतों में ऑनलाइन कार्य प्रभावित होते रहते हैं। कुछ महीने पूर्व इन पंचायतों को संबंधित जनपद पंचायतों से जोड़ा गया है। आॅपरेटर जानकारी पेन ड्राइव में लेकर जनपद पंचायत आता है तब ऑनलाइन एंट्री होती है। कई बार कनेक्टिविटी के लिए बीएसएनएल को पत्र लिखा लेकिन पंचायतों को कनेक्टिविटी नहीं मिलने के कारण ई-पंचायत का सपना अधूरा नजर आ रहा है।
ऑनलाइन पंजीयन के कई फायदे: जिले के कुरूद ब्लाक के 90, धमतरी के 75, नगरी के 78 तथा मगरलोड के 58 ग्राम पंचायतों को ऑनलाइन किया गया है। यहां जन्म, मृत्यु, विवाह, पेंशन विभिन्न प्रमाण पत्रों सहित अन्य कार्य ऑनलाइन करना है। नेट समस्या के कारण समय पर लोगों का पंजीयन नहीं हो पाता। पंचायतों के ऑनलाइन होने के कई फायदे हैं।
चार एप्लीकेशन में एंट्री
जिला पंचायत में ई-पंचायतों के लिए अलग से टीम बनाकर काम किया जा रहा है। यहां के वैभव देशमुख ने बताया कि कुरूद व धमतरी के अधिकांश पंचायतों में ऑनलाइन काम की स्थिति अच्छी है। नगरी, डूबान क्षेत्र में नेट की शिकायत मिल रही है। ई-पंचायत वाले पंचायतों के कम्प्यूटर में चार एप्लीकेशन में एंट्री की जा रही है।
जिले के 301 पंचायत ऑनलाइन हो गए
जिले के 301 ग्राम पंचायतों को ऑनलाइन किया जा चुका है। सभी पंचायतों में आपरेटर हैं। पूर्व में 50 पंचायतों का चयन ई-पंचायत के लिए किया गया था, अब जिले के सभी पंचायतों को ई-पंचायत बनाने का लक्ष्य रखा गया है। नेट समस्या के लिए ई-पंचायत सेक्टर के लोग बीएसएनएल से बात कर रहे हैं। बीके वर्मा, उपसंचालक पंचायत
नगरी व धमतरी का डूबान क्षेत्र ज्यादा प्रभावित है। नेट न होने से पंचायतों में ऑनलाइन कार्य प्रभावित होते रहते हैं। कुछ महीने पूर्व इन पंचायतों को संबंधित जनपद पंचायतों से जोड़ा गया है। आॅपरेटर जानकारी पेन ड्राइव में लेकर जनपद पंचायत आता है तब ऑनलाइन एंट्री होती है। कई बार कनेक्टिविटी के लिए बीएसएनएल को पत्र लिखा लेकिन पंचायतों को कनेक्टिविटी नहीं मिलने के कारण ई-पंचायत का सपना अधूरा नजर आ रहा है।
ऑनलाइन पंजीयन के कई फायदे: जिले के कुरूद ब्लाक के 90, धमतरी के 75, नगरी के 78 तथा मगरलोड के 58 ग्राम पंचायतों को ऑनलाइन किया गया है। यहां जन्म, मृत्यु, विवाह, पेंशन विभिन्न प्रमाण पत्रों सहित अन्य कार्य ऑनलाइन करना है। नेट समस्या के कारण समय पर लोगों का पंजीयन नहीं हो पाता। पंचायतों के ऑनलाइन होने के कई फायदे हैं।
चार एप्लीकेशन में एंट्री
जिला पंचायत में ई-पंचायतों के लिए अलग से टीम बनाकर काम किया जा रहा है। यहां के वैभव देशमुख ने बताया कि कुरूद व धमतरी के अधिकांश पंचायतों में ऑनलाइन काम की स्थिति अच्छी है। नगरी, डूबान क्षेत्र में नेट की शिकायत मिल रही है। ई-पंचायत वाले पंचायतों के कम्प्यूटर में चार एप्लीकेशन में एंट्री की जा रही है।
जिले के 301 पंचायत ऑनलाइन हो गए
जिले के 301 ग्राम पंचायतों को ऑनलाइन किया जा चुका है। सभी पंचायतों में आपरेटर हैं। पूर्व में 50 पंचायतों का चयन ई-पंचायत के लिए किया गया था, अब जिले के सभी पंचायतों को ई-पंचायत बनाने का लक्ष्य रखा गया है। नेट समस्या के लिए ई-पंचायत सेक्टर के लोग बीएसएनएल से बात कर रहे हैं। बीके वर्मा, उपसंचालक पंचायत
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